Surya Graha Shanti Puja And Jaap Online
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Category : Online Puja
WHY YOU NEED THIS POOJA
You need to perform Surya Graha Shanti Pooja, if placement of this graha in your horoscope is weak or you are facing ill effects of it. The lord Surya (Sun) signifies Vitality, power, confidence, Soul’s energy, consistency, self-growth and development Personality, general health, Father, Rank, Authority, High position, Political career, Government Job etc.
Afflicted Sun gives arrogance, wavering temperament, haughty, proud, jealous, over ambitious, short-tempered, angry, self-opinionated, dominating nature, extravagance, obstacles & difficulties, immoral, spiteful, health problems, Fever, Headache, Eye troubles and problems with higher officials and politicians.
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इस पूजा के महत्व
भगवान सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं, जिनके दर्शन हमें प्रतिदिन होते हैं। सूर्य ग्रह को जगत की आत्मा और ईश्वर का नेत्र बताया गया है। सूर्यदेव की कृपा से ही पृथ्वी पर जीवन बरकरार है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य को नवग्रहों में प्रथम ग्रह माना गया है। ऋषि-मुनियों ने उदय होते हुए सूर्य को ज्ञान रूपी ईश्वर बताते हुए सूर्य की साधना-आराधना को अत्यंत कल्याणकारी बताया है। प्रत्यक्ष देवता सूर्य की उपासना शीघ्र ही फल देने वाली मानी गई है। जिनकी साधना स्वयं प्रभु श्री राम ने भी की थी। प्रभु श्रीराम के पूर्वज भी सूर्यवंशी थे। किसी भी जातक की जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह का अत्यधिक महत्व होता है। यह मनुष्य की प्रसिद्धि, ख्याति, सफलता, सामाजिक स्थिति, सरकारी नौकरी आदि को दर्शाता है। सूर्य यदि कुंडली में अशुभ, पीड़ित या दुर्बल हो, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। ऐसे व्यक्ति के सम्मान की हानि, पिता को कष्ट, उच्च पद प्राप्ति में बाधा, ह्रदय और नेत्र संबंधी रोग होते हैं। सूर्य ग्रह स्वास्थ्य को अधिक रूप से प्रभावित करता है। शरीर में स्थित आँख, हृदय गंजापन चेहरा पेट अस्थि बुखार इत्यादि पर सूर्य का विशेष रूप से प्रभाव होता है।
सच्चे मन से की गई साधना से प्रसन्न होकर सूर्य ग्रह अपने भक्तों को सुख-समृद्धि एवं अच्छी सेहत का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। जीवन से जुड़े तमाम दुखों और रोग आदि को दूर करने के साथ-साथ जिन्हें संतान नहीं होती उन्हें सूर्य साधना से लाभ होता हैं। पिता-पुत्र के संबंधों में विशेष लाभ के लिए सूर्य साधना पुत्र को करनी चाहिए। सूर्य में तेज होता है इसलिए उनकी पूजा करनी चाहिए, ताकि आपको और आपके परिवार को ऊर्जा मिले.
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